राज्य में निराश्रित गौ वंश के लिए 31 गौशाला बननी हैं जिनमें से 11 पर काम शुरू हो चुका है :मंत्री डा प्रेमचंद अग्रवाल

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  • 17000 का आंकडा राज्य सरकार के पास है, पशुपालन विभाग, सम्बंधित जिला प्रशासन इस पर काम कर रहा है -डा प्रेमचंद अग्रवाल
  • अगर आंकडा बढ़ता है तो  (आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता व अन्य तकनीकी का प्रयोग भी  कर सकती है राज्य  सरकार -मंत्री 
  • हमने पांच से बढ़ा कर प्रति गौ वंश 80 रुपये बढ़ा दिया है, ३१ गौ राज्य में बननी है, ११ पर काम शुरू हो चुका है -मंत्री 
  • ऋषिकेश-नीलकंठ रोप वे पर जल्द काम शुरू हो जायेगा-मंत्री 
  • सम्बंधित विभाग, लोगों पर  उठाये सवाल, जो गौ वंश आज जंगल में दिख रहा है, वह कल नहीं दिखता है, या तो जानवर खा जाता है या फिर गौ तस्कर उसका काम कर देते हैं -डा प्रेमचंद अग्रवाल
  • नमंत्री ने  की अपील  आम जन से,  लोग आवारा गौ वंश ने कहें बल्कि निराश्रित पशु कहें, सड़कों पर न छोड़े गौ वंश 
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ऋषिकेश : [मनोज रौतेला] कैबिनेट मंत्री डा प्रेमचंद अग्रवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, प्रदेश में निराश्रित गौ वंश  के लिए ३१ गौशाला बननी है. ११ पर काम शुरू हो चुका है. बाकी पर अभी प्रक्रिया जारी है. कहीं पर भूमि चिन्हित होनी है तो कहीं पर अन्य कार्य करने बाकी हैं.रविवार को ब्रह्मपुरी से आश्रम में शिरकत करने पहुंचे थे मंत्री. इस दौरान उन्हूने कहा मुझे भी दुःख होता है जब कोई घायल होता है, दुर्घटना होती है. गौ वंश को लेकर हम गंभीर हैं. हमारी सरकार काम कर रही है. जब हम सरकार में आये थे पांच रुपये प्रति गौ वंश प्रतिदिन दिया जाता था. आज हमने इसको 80 रुपये कर दिए हैं. उन्हूने सवाल उठाते हुए ये भी कहा, जो गौ वंश आज जंगल में गया, अगले दिन वह नहीं दिखाई देता है. या तो उसको उस जंगल का कोई जानवर खा गया है या फिर गौ तस्कर ने काम तमाम कर दिया.  मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया, सरकार इस पर गम्भीता से काम कर रही है. अभी सरकार के पास  17000  का आंकड़ा है निराश्रित गौ वंश का. अगर आंकड़ा बढ़ता है तो निश्चित तौर पर हम तकनीकी का भी सहारा लेंगे. जैसे AI व  अन्य का प्रयोग हो सकता है. आपको बता दें, AI का गौ वंश ट्रेकिंग में शानदार तरीके से प्रयोग हो सकता है. पत्रकारों के पूछने पर उन्हूने जानकारी दी त्रिवेणी घाट से नीलकंठ तक जो रोपवे बनना है उस पर जल काम शुरू हो जाएगा.

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