19 साल की लेडी डॉन अन्नू धनखड़ UP- नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार, उत्तराखंड से भी निकला कनक्शन
- लेडी डॉन अन्नू धनखड़ मूल रूप से हरियाणा की रोहतक की रहने वाली है
- नेपाल भागने की फिराक में थी, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने की गिरफ़्तारी
- विदेश में बसे हिमांशु भाऊ ने दिया था लालच अमेरिका में बसने का
- दिल्ली में बर्गर किंग के अन्दर कर दिया अमित जून का मर्डर
- मर्डर के बाद चार दिन हरिद्वार में रुकी थी अन्नू धनखड़
- अन्नू ने पुलिस को बताया कि हिमांशु भाऊ ने उसे अमेरिका में शानदार लाइफस्टाइल देने का वादा किया था. विदेश में शानदार जीवन का सपना देखने वाली अनु उसकी बातों में आकर अपराध के रास्ते पर चल पड़ी
नयी दिल्ली : राजधानी दिल्ली के रजौरी गार्डन के बर्गर किंग में हुए हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की 19 साल की सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है. लड़की पहचान अन्नू धनकड़ के रूप में हुई है. वह ‘लेडी डॉन’ के नाम से मशहूर है. पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भारत-नेपाल बॉर्डर के पास से धर दबोचा.अन्नू धनखड़ बर्गर किंग हत्याकांड में घोषित अपराधी थी. वह 18 जून को बर्गर किंग में एक अमित जून नामक शख्स की हत्या के बाद से फरार थी. डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (स्पेशल सेल) अमित कौशिक ने बताया, “अन्नू धनखड़ हरियाणा के रोहतक की रहने वाली है. वह बर्गर किंग रेस्तरां में अमन नाम के शख्स की हत्या में शामिल थी.” आरोपी अन्नू धनखड़ ने पुलिस को बताया कि हिमांशु भाऊ ने उसे अमेरिका में शानदार लाइफस्टाइल देने का वादा किया था. पुलिस ने बताया कि अमन की हत्या के बाद, अन्नू धनखड़ मुखर्जी नगर में अपने किराए के घर में पहुंची और अपना सामान समेट चंडीगढ़ के लिए बस लेकर चली गई. वह अमृतसर और कटरा में भी रुकी थी. पुलिस के मुताबिक अनु कटरा में एक गेस्ट हाउस में रुकी थी. लेकिन हिमांशु भाऊ के कहने पर उसने जालंधर के लिए ट्रेन पकड़ ली और फिर चंडीगढ़ और हरिद्वार भी गई. पुलिस के अनुसार, 18 जून को बाइक सवार तीन लड़के राजौरी गार्डन के बर्गर किंग आउटलेट पर पहुंचे थे. उनमें से एक लड़का बाहर ही खड़ा रहा. दो आरोपी अंदर गए और एक लड़की के साथ बैठे अमन पर करीब से 20-25 राउंड फायरिंग कर दी. इस घटना में अमन की मौके पर ही मौत हो गई. अन्नू धनखड़ अमन का फोन और वॉलेट लेकर भाग गई थी. हमलावरों ने जब गोलियां बरसाईं तो बर्गर किंग के भीतर र 50 से ज्यादा ग्राहक और 10 कर्मचारी मौजूद थे. अमन की हत्या की जांच के दौरान, अन्नू धनखड़ का नाम मुख्य आरोपियों में सामने आया था. वही अमन को बर्गर किंग लेकर पहुंची थी. उसने अमन से सोशल मीडिया पर कथित तौर पर दोस्ती की और उसे घटनास्थल तक लेकर पहुंची. शुरुआती जांच में सामने आया कि अमन जून की हत्या हरियाणा में 2020 में हुई एक हत्या का बदला लेने की की गई थी. गैंगस्टर हिमांशु भाई ने सोशल मीडिया पोस्ट में हत्या की जिम्मेदारी ली थी. हिमांशु भाऊ के फिलहाल पुर्तगाल में होने का शक है.
अमित जून की हत्या हिमाशु भाऊ ने करवाई थी-
पुलिस सूत्रों की मानें तो, हिमांशु भाऊ एक कुख्यात गैंगस्टर है. उसका गिरोह दिल्ली और हरियाणा में एक्टिव है. हत्या को अंजाम देने के बाद उसने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “अमन “हमारे भाई” शक्ति दादा की हत्या में शामिल था और “यह बदला था” उसने इसमें शामिल अन्य लोगों को चेतावनी देते हुए कहा था कि उनका समय भी जल्द आएगा. लेडी डॉन अन्नू 3-4 दिनों तक हरिद्वार में रही. उसके बाद वह राजस्थान के कोटा पहुंची, जहां वह 4 महीनों तक छिपी रही. पुलिस ने बताया कि इस दौरान गैंगस्टर हिमांशु भाऊ उसे पैसे भेजता रहा. पुलिस के मुताबिक, 22 अक्टूबर को गैंगस्टर ने उसे फिर से बाहर जाने को कहा, उसे लगा था कि मामला ठंडा हो गया है. हिमांशु ने उसे नेपाल और दुबई के रास्ते अमेरिका आने को कहा था. अन्नू पहले लखनऊ पहुंची और लखीमपुर खीरी से नेपाल जाने की फिराक में थी. बस उसी दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे धर दबोचा. पुलिस का कहना है कि अन्नू धनखड़ का आपराधिक रिकॉर्ड है. उसने जनवरी में मातूराम हलवाई पर गोलियां चलवाई थीं.