ऋषिकेश : 100वां रक्तदान कर बने पार्षद राजेन्द्र प्रेम सिंह बिष्ट “शतकवीर”, एम्स ने भी किया सम्मानित
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ऋषिकेश : शनिवार को ऋषिकेश के युवा पार्षद राजेन्द्र प्रेम सिंह बिष्ट के लिए खास दिन रहा।शतकवीर बनने पर वो भी महादान करने पर।
1 अक्टूबर 2022 को नगर निगम ऋषिकेश के पार्षद इंदिरा नगर नेहरू ग्राम निवासी पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट के द्वारा 100 वां रक्तदान करके ऋषिकेश एम्स में रक्त वीरों की श्रेणी में पहला नाम दर्ज करवाया गया। पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने कहा कि रक्तदान के प्रेरणा स्रोत मेरे पिताजी हैं क्योंकि मेरे पिताजी रक्तदान करते थे और औरों को भी प्रेरित करते थे। जब वह घर में बात करते थे कि आज मैंने रक्तदान किया और किसी की जान बचाई तो मेरे मन में भी विचार आया कि मैं भी रक्तदान करके पिताजी की तरह किसी की जान बचाऊँगा ।
17 साल 4 महीने की उम्र में मैंने पहला रक्तदान किया। इसके बाद रक्तदान और जंबो पैक देकर आज 38 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर मैं 100 वां रक्तदान कर पाया। पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने कहा कि अब तक उनके द्वारा उत्तराखंड उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त उड़ीसा केरल दिल्ली चंडीगढ़ बिहार मुंबई और यहां तक कि कश्मीर के लोगों को भी रक्तदान दिया जा चुका है। कोई भी स्वस्थ व्यक्ति हर 3 महीने में रक्तदान कर सकता है और 15 दिन में जंबो पैक दे सकता है। इसके अतिरिक्त यदि कोई रक्तदान नहीं भी कर पाता है तो वह औरों को प्रेरणा दे सकता है।
क्योंकि अब तक राजेंद्र बिष्ट के द्वारा अपने शरीर से रक्तदान और जंबो पैक देकर 100 बार रक्तदान किया जा चुका है जबकि वह अभी तक लगभग 8000 यूनिट लोगों से रक्तदान करवा चुके हैं। यह अपने आप में एक कीर्तिमान है। शनिवार को रक्तदान का शतक लगाने पर एम्स के निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के द्वारा के द्वारा पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट को सम्मानित किया गया।
100 वां रक्तदान करने के अवसर पर प्रो० मीनू सिंह (निदेशक, AIIMS), प्रो० संजीव मित्तल (चिकित्सा अधीक्षक), प्रो० जया चतुर्वेदी (डीन), प्रो० गीता नेगी (विभागाध्यक्ष), प्रो० मनोज गुप्ता (विभागाध्यक्ष oncology), प्रो०आशीष जैन, आदि लोग उपस्थित है।